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मेरी डायरी के कुछ पन्ने..
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मेरे खट्टे- मीठे अनुभव, इसमें रचते बसते हैं| कुछ दर्द भरी मेरी यादें हैं, कहीं खुशियों की
बारातें हैं, कुछ टूटे-फूटे रिश्ते हैं, इनमें बनते- बिगड़ते
किस्से हैं, कुछ सूखे हुए गुलाब भी हैं, इनमें महके हुए जज़्बात
भी हैं, |